Mere Mehboob Men Kya Nahin ( Mere Mehboob - 1963 )
Song Name |
: Mere Mehboob Men Kya Nahin |
Movie Name |
: Mere Mehboob |
Music Director |
: Naushad |
Music Company |
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Singer |
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Picturised On |
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Song Type |
: Qawaali |
Release Date |
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Movie Year |
: 1963 |
Views |
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lataa: mere mahaboob men kya nahin,kya nahin mere mahaboob men kya nahin vo to laakhon men hai ek hasin vo to laakhon men hai ek hasin, ek hasin aashaa: mere mahaboob men kya nahin,kya nahin mere mahaboob men kya nahin bholi soorat ada naazanin bholi soorat ada naazanin, naazanin mere mahaboob men kya nahin,kya nahin mere mahaboob men kya nahin lataa: aa.. aa.. a..
meraa mahaboob ek chaand hai husn apana nikhaare hue aashaa: o... a... a...
lataa: aasamaan ka farishtaa hai vo roop insaan ka dhaare hue aashaa: o... a... a...
lataa: rashk-e-jannat hai vo mahazabin rashk-e-jannat hai vo mahazabin, mahazabin mere mahaboob men kya nahin,kya nahin aashaa: aa... a... a...
maah ho,anjum ho,ya kehakashaan
sabase pyaaraa hai meraa sanam lataa: aa... a... a...
aashaa: usake jalavon men hai vo asar hosh ud jaaye allaah qasam lataa: aa... a... a...
aashaa: dekhale gar use tu kahin dekhale gar use tu kahin, tu kahin mere mahaboob men kya nahin,kya nahin mere mahaboob men kya nahin lataa: meraa mahaboob hai jaaneman karavaa kadamaah rooh gulabadan aashaa: o... o,meraa dilabar hai aisa javaan ho bahaaron men jaise chaman lataa: usaki chaalon men aisi lachak jaise phoolon ki daali hile aashaa: usaki aavaaz men vo khanak jaise sheeshe se sheeshaa mile usake andaaz hai dilanashin both:
bholi soorat ada naazanin, naazanin mere mahaboob men kya nahin,kya nahin mere mahaboob men kya nahin aashaa: tere afasaanon men meri jaan hai jhalak meri afasaanon ki lataa: daastaanen hai milati huin allaah ham dono paravaanon both: paravaanon ki
ek hi shamaa ho na kahin vo to laakhon men hai ek hasin, ek hasin mere mahaboob men kya nahin,kya nahin mere mahaboob men kya nahin courtesy:
http://www.youtube.com/watch?v=JQdtZCOrASc
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लता: मेरे महबूब में क्या नहीं,क्या नहीं मेरे महबूब में क्या नहीं वो तो लाखों में है एक हसीं वो तो लाखों में है एक हसीं, एक हसीं आशा: मेरे महबूब में क्या नहीं, क्या नहीं मेरे महबूब में क्या नहीं भोली सूरत अदा नाज़नीं भोली सूरत अदा नाज़नीं, नाज़नीं मेरे महबूब में क्या नहीं, क्या नहीं मेरे महबूब में क्या नहीं लता: आ.. आ.. अ..
मेरा महबूब एक चाँद है हुस्न अपना निखारे हुए आशा: ओ... अ... अ...
लता: आसमान का फ़रिश्ता है वो रूप इन्सान का धारे हुए आशा: ओ... अ... अ...
लता: रश्क-ए-जन्नत है वो महज़बीं रश्क-ए-जन्नत है वो महज़बीं, महज़बीं मेरे महबूब में क्या नहीं, क्या नहीं आशा: आ... अ... अ...
माह हो,अन्जुम हो,या कैहकशाँ
सबसे प्यारा है मेरा सनम लता: आ... अ... अ...
आशा: उसके जलवों में है वो असर होश उड़ जाये अल्लाह क़सम लता: आ... अ... अ...
आशा: देखले गर उसे तू कहीं देखले गर उसे तू कहीं, तू कहीं मेरे महबूब में क्या नहीं, क्या नहीं मेरे महबूब में क्या नहीं लता: मेरा महबूब है जानेमन करवा कदमाह रूह गुलबदन आशा: ओ... ओ,मेरा दिलबर है ऐसा जवान हो बहारों में जैसे चमन लता: उसकी चालों में ऐसी लचक जैसे फूलों कि डाली हिले आशा: उसकी आवाज़ में वो खनक जैसे शीशे से शीशा मिले उसके अंदाज़ है दिलनशीं दोनो:
भोली सूरत अदा नाज़नीं, नाज़नीं मेरे महबूब में क्या नहीं, क्या नहीं मेरे महबूब में क्या नहीं आशा: तेरे अफ़सानों में मेरी जान है झलक मेरी अफ़सानों की लता: दास्तानें है मिलती हुईं अल्लाह हम दोनो परवानों दोनो: परवानों की
एक ही शमा हो ना कहीं वो तो लाखों में है एक हसीं, एक हसीं मेरे महबूब में क्या नहीं, क्या नहीं मेरे महबूब में क्या नहीं [submitted on 13-Apr-08]